रंजीत चौटाला की राह हो होगी भाजपा से जुदा !
हरियाणा के बिजली मंत्री और भाजपा नेता रंजीत चौटाला इन दिनों अपनी ही पार्टी से नाराज चल रहे हैं। उनकी नाराजगी की मुख्य वजह रानिया विधानसभा क्षेत्र में एनडीए के सहयोगी दल हरियाणा लोकहित पार्टी (एचएलपी) द्वारा धवल कांडा को उम्मीदवार बनाए जाने से है। चौटाला ने इस मुद्दे पर अपनी नाराजगी जताते हुए रानिया के गाबा पैलेस में अपने करीबी समर्थकों की एक बैठक बुलाई है। यह बैठक विशेष रूप से इसलिए चर्चा में है क्योंकि इसमें भाजपा के जिला और मंडल स्तर के किसी भी नेता को आमंत्रित नहीं किया गया है।
इस बैठक में केवल रंजीत चौटाला के निजी और भरोसेमंद कार्यकर्ता ही शामिल होंगे। इसका उद्देश्य अपने करीबी साथियों से विचार-विमर्श करना है कि उनकी शिकायत के बावजूद पार्टी हाईकमान द्वारा गोपाल कांडा के उम्मीदवार घोषित किए जाने पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है । रंजीत चौटाला की चिंता इस बात को लेकर है कि पार्टी हाईकमान उनकी शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है जिससे उनके समर्थकों में भी निराशा फैल रही है।
चौटाला के करीबी सूत्रों का कहना है कि अगर पार्टी नेतृत्व ने इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं लिया और उचित कदम नहीं उठाया तो रंजीत चौटाला भाजपा से अलग राह भी पकड़ सकते हैं। यह कदम भाजपा के लिए हरियाणा की राजनीति में एक बड़ा झटका हो सकता है क्योंकि रंजीत चौटाला एक प्रभावशाली नेता हैं और उनके साथ बड़ी संख्या में समर्थक जुड़े हुए हैं। ऐसे में चौटाला की नाराजगी और उनका संभावित फैसला आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा की स्थिति को प्रभावित कर सकता है।